Friday, July 30, 2010

सच्चा मित्र....................................तीन














तीन चीजें अगर चली गयी तो कभी वापस नही आती http://vicharvichar.blogspot.com/
समय,शब्द और अवसर
तीन चीजें इन्सान कभी नही खो सकता
शान्ति,आशा और ईमानदारी तीन चीजें जो सबसे अमूल्य है
प्यार,आत्मविश्वास और सच्चा मित्र तीन चीजे जो कभी निश्चित नही होती
सपनें, सफलता और भाग्य तीन चीजें, जो जीवन को संवारती है कड़ी
मेहनत,निष्ठा और त्याग ...

Tuesday, July 27, 2010

भारतीय शिक्षा प्रणाली....................विचार




















मैं
खुद ग्यारहवी कक्षा का छात्र हूँ..http://vicharvichar.blogspot.com/ और आज की भारतीय शिक्षा प्रणाली से सहमत नहीं हूँ...इस लेख द्वारा मैं अपने विचार आप सभी लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना चाहता हूँ..मैं बताना चाहूँगा का इसमें स्कूली विध्यापकों का बहुत बड़ा हाथ है..कक्षा में आकर केवल विषय पर लम्बे लम्बे उपदेश देने की बजे उन्हें हमें केवल वह ज़रूरी बातें बतानी चाहिए जो हमे पता होनी चाहिए..कुछ सीखने या सीखने से पहले इंसान ते दिमाग को तयार किया जो तो वह बहुत जल्दी सीख जाता है इसलिए पढ़ाने से पहले बच्चों को उस विषय की महत्वता के बारे में बताया जाना चाहिए.फिर अगर परीक्षाओं की बात की जाए तो परीक्षाओं के नाम से बच्चे कांपने लगते हैं...लेकिन सभी की चिंता के कारण अलग अलग होते हैं...कुछ बच्चे इसलिए चिंतित होते हैं क्यूंकि वह इस परीक्षा के लिए तयार नहीं होते लेकिन कुछ अन्य होनहार छात्र इसलिए परेशान होते हैं क्यूंकि उनके माँ बाप व अन्य लोगों को उनसे बहुत उम्मीदें होती हैं ...इसी दबाव के कारण वे चिंतित होते हैं और कभी कभी बचों की खुदखुशी की खबरें भी सुनने को मिलती हैं...इसका उपाय यह है की आज कल अधिकतम छात्रों के पास मोबाइल फ़ोन है ...उन्हें उनके नतीजे एस एम् एस कर दिए जाने चाहियें ताकि बच्चों को कम अंक आने आने की वजह से बेईज्ज़ती न महसूस हो...एक हिंदी फिल्म में बिलकुल सही बात कही गयी है के मान लीजिये की आपको कोई भी बीमारी है तो डॉक्टर आपको दवाई देगा नाकि आकी बीमारी की खबर नोटिस बोर्ड पर लगाएगा....तो दोस्तों समय है जागने का और कुछ कर दिखने के....आप कमेन्ट कीजिये और बताईये अगर आप मुझसे सहमत हैं और आपने इसके लिए क्या किया..

साहिल गोयल

Thursday, July 22, 2010

अपनी शक्ति को पहचानों......

क्या हक है किसी को हमें यू आज़माने का...?
















Picture by Google


वोट डालती एक महिला !

Tuesday, July 20, 2010

में एक विचार हु आप सब के भीतर हु !

में आप को ये बताने की आवशकता नहीं समझता के मंहगाई कितनी है !
बस कुछ ऐसा करो के किसी गरीब बच्चे को रोटी मिल सके !
धन्यवाद !